लेखनी कविता - इंडिया गेट - बालस्वरूप राही

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इंडिया गेट / बालस्वरूप राही इंडिया गेट, इंडिया गेट ! यह स्मारक है उन वीरों का, उन देशभक्त रणधीरों का, जो शीश हथेली पर रखकर हो गए देश पर न्यौछावर। यह ...

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